UPSC Syllabus 2024 PDF | UPSC Syllabus 2024 pdf Drishti IAS | UPSC Syllabus 2024 pdf in Hindi | UPSC Syllabus 2024 in Hindi क्या आप भी UPSC IAS की तैयारी कर रहे है व सेलेबस से जुडी जानकारी देखना चाहते है तो आज के इस ब्लॉग में हम पूरी सेलेबस से जुडी जानकारी देने वाले है तो आज का ये ब्लॉग अंत तक जरुर देखे
UPSC IAS Syllabus 2024
तो चलिए अब UPSC IAS Syllabus 2024 से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देख लेते है जो आपकी बहुत मददगार होगी
UPSC Exam Stages
सबसे पहले बात कर लेते है UPSC Exam Stages की जिसमे हमने दर्शाया है की UPSC के एग्जाम किस प्रकार होते है जिसमे 3 तरह की स्टेज पाई जाती है जिसे हमने निचे दर्शाया है
- Preliminary Stage – General Studies & CSAT
- Mains Stage – 9 Theory Papers (GS I-IV, Language Papers, Essay & Optional)
- Personality Test – Interview
UPSC Syllabus in Hindi (IAS Prelims)
UPSC Prelims exam में मुख्यत 2 एग्जाम देना आवश्यक होता है जिसकी जानकारी हमने पूर्ण रूप से निचे दर्शाई हुई है यह दोनों पेपर के एग्जाम ज्यादातर एक ही दिन आयोजित किये जाते है ताकि छात्रों को ज्यादा तकलीफ का सामना नही करना पड़े व एक साथ दोनों एग्जाम हो सके
- General Studies (GS) Paper 1
- General Studies (GS) Paper 2 (also called CSAT)
UPSC Syllabus in Hindi (IAS Prelims) Marks Pattern
UPSC Syllabus in Hindi (IAS Prelims) Marks Pattern को सही से दर्शाने के लिए हमने निचे दर्शाई है जिसके माध्यम से आप एग्जाम में मार्क्स और पैटर्न को समझकर अपने एग्जाम को अच्छे से दे सकते है
GS Paper 1 | GS Paper 2 (CSAT) | |
Total Marks | 200 | 200 |
Total No. of Questions | 100 | 80 |
Negative Marking* | Yes | Yes |
Duration | 2 hours (9:30 AM – 11:30 AM) | 2 hours (2:30 PM – 4:30 PM) |
Negative Marking* : प्रत्येक प्रश्न जिसका गलत आंसर पाया जायेगा उसमे कुल आवंटित अंको में से ⅓ अंक काट दिए जायेंगे
Negative Marking हेतु कुछ आवश्यक शर्ते :
- नेगेटिव मार्किंग को अच्छे से जानने के लिए उधारण लेते हुए यदि किसी प्रश्न के सही उत्तर देने पर 2 अंक दिए जायेंगे तो उसी प्रश्न के गलत पाए जाने पर कुल योग में से 0.66 अंक काटे जायेंगे
- यदि दुसरे प्रश्न में सही आंसर पर 2.5 अंक प्राप्त होते है तो उसके गलत पाए जाने पर 0.88 अंक कुल योग अंक में से काटे जायेंगे
- CSAT paper में आपको 80 प्रश्न दिए जायेंगे यदि सभी का आंसर सही पाया जाता है तो आपको 200 अंक दिए जायेंगे
- यदि किसी प्रश्न को आप नही करते है तो इसमें आपके किसी भी प्रकार की नेगेटिव मार्किंग नही की जाएगी
Syllabus for GS 1 & GS 2 (CSAT)
UPSC Syllabus for CSE Prelims
IAS Prelims एक प्रथम चरण होता है जो की Civil Services Examination के अंतर्ग्रत आता है जो की देना अनिवार्य है UPSC Prelims 2023 में लघभग 11 लाख छात्रों ने आवेदन किया था व उससे पहले UPSC Prelims 2022 में लघभग 10 लाख छात्र उमीदवारो ने आवेदन किया था
जो भी छात्र UPSC की परीक्षा के लिए आवेदन करने में इच्छुक है उन सभी को पहले परीक्षा पेटर्न और IAS Exam Syllabus की पूर्ण जानकारी होना आवश्यक है ताकि परीक्षा के समय उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना नही करना पड़े
IAS Prelims एक महत्वपूर्ण परीक्षा होती है जो की आवश्यक भी है सबसे पहले छात्रों को Screening Test पास करना होता है उसके पश्चात उन सभी उतीर्ण छात्रों को Mains Exam में भाग लेने की अनुमति मिल जाती है
जो भी छात्र UPSC 2024 की तैयारी कर रहे है उन्हें फरवरी 2023 में सिविल सेवा (Civil Services exam) परीक्षा की तैयारी शुरू करनी चाहिए। यदि आप भी UPSC 2024 में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हो तो आप सभी को एक साल पूर्ण रूप से तैयारी करनी चाहिए
Exam Pattern & Syllabus for UPSC Prelims | |
Two Compulsory Papers | General Studies Paper-I |
General Studies Paper-II (CSAT) | |
Number of Questions Asked in GS Paper-I | 100 |
Number of Questions asked in CSAT | 80 |
Total Number of Marks | 400 GS Paper-I – 200 Marks CSAT – 200 Marks |
Negative Marking | ⅓ of the total marks allotted to the question will be deducted for every wrong answer |
Time Allotted | Two hours each GS Paper-I – 2 Hours (9:30 AM -11:30 AM) CSAT – 2 Hours (2:30 PM – 4:30 PM) |
The two papers of the IAS prelims are discussed in detail below:
- General Studies
- General Studies इस परीक्षा का प्रथम पेपर होता है
- General Studies के आधार पर आवेदन करने वाले छात्र की सामान्य जागरूकता से सम्बन्धित जानकारी का परिक्षण किया जाता है जिसमे ये कुछ विषय सामिल है : Indian Polity, Geography, History, Indian Economy, Science and Technology, Environment and Ecology, International Relations and associated UPSC current affairs.
- Civil Services Aptitude Test (CSAT) (Generally conducted between 2:30 PM and 04:30 PM)
- CSAT के इस UPSC Prelims में उम्मीदवार के निर्णय लेने वाले प्रश्नों को किस प्रकार हल करता है व उसका तर्क या भावना व विशलेषण इस टेस्ट के द्वारा पता लगाया जाता है उसके साथ ही उम्मीदवार का Reading Comprehension टेस्ट भी हो जाता हिया
- ऐसे प्रश्न जिनमे उम्मीदवार को निर्णय निर्णय लेना होता है उनमे नेगेटिव मार्किंग नही की जाती है
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कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:
Preliminary Examination केवल परीक्षा के बाद के चरण में उमीदवार की स्क्रीनिंग के लिए होती है।
Prelims में आये हुए अंको को अंतिम रैंक में नही जोड़े जायेंगे
Prelims में आये हुए अभी विषय सभी उमीदवारो के लिए सामान होते है परन्तु IAS के प्रारंभिक और मैन एग्जाम में विषय का चयन करने का आप्शन दिया जाता है वहां पर उमीदवार अपने अनुसार कुछ विषयों को चयन कर सकता है
निचे हमने कुछ जरूरी सब्जेक्ट की लिस्ट दी हुई है जिससे आपको कुछ जानकारी मिल सके
UPSC Syllabus for GS Paper (Prelims Paper I)
- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएँ।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- भारतीय और विश्व भूगोल-भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राजनीति और शासन – संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आदि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास – सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि।
- पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे – जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।
- सामान्य विज्ञान
UPSC Syllabus for CSAT Paper (Prelims Paper-II)
- समझ
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णय लेना और समस्या समाधान करना
- सामान्य मानसिक क्षमता
- बुनियादी संख्यात्मकता (संख्याएं और उनके संबंध, परिमाण के क्रम, आदि) (कक्षा X स्तर), डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ़, टेबल, डेटा पर्याप्तता, आदि – कक्षा X स्तर)
UPSC Syllabus for Mains
IAS Mains Exam Pattern
Paper | Subject | Marks |
Paper-I | Essay (can be written in the medium of the candidate’s choice) | 250 |
Paper-II | General Studies – I (Indian Heritage & Culture, History & Geography of the World & Society) | 250 |
Paper-III | General Studies – II (Governance, Constitution, Polity, Social Justice & International Relations) | 250 |
Paper-IV | General Studies – III (Technology, Economic Development, Biodiversity, Security & Disaster Management) | 250 |
Paper-V | General Studies – IV (Ethics, Integrity & Aptitude) | 250 |
Paper-VI | Optional Subject – Paper I | 250 |
Paper-VII | Optional Subject – Paper II | 250 |
Must-Know Facts about UPSC Mains
- इसमें मुख्य परीक्षा दुसरे चरण के रूप में होती है जो भी उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में उर्तीण हो जाते है उन्हें फिर IAS Mains में परीक्षा देने की अनुमति दे दी जाती है
- मुख्य परीक्षा के दोरान उम्मीदवार की शैक्षणिक प्रतिभा और प्रश्न के अनुसार उनकी समझ का परीक्षण किया जाता है
- UPSC Mains Exam में 9 पेपर होते है जिसमे से 2 पेपर 300 अंक के क्वालीफाइंग पेपर होते हैं।
- क्वालीफाइंग पेपर
- कोई भी भारतीय भाषा का पेपर
- अंग्रेजी भाषा का पेपर
- यदि कोई उम्मीदवार इन भाषा पत्रों में उत्तीर्ण नहीं होता है, तो ऐसे उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों पर विचार या गणना नहीं की जाएगी।
IAS Syllabus for UPSC Mains GS-I
सामान्य अध्ययन-I को यूपीएससी मेन्स का पेपर-II भी कहा जाता है। इसमें शामिल हैं – भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास और भूगोल और समाज। इस पेपर के लिए विस्तृत यूपीएससी पाठ्यक्रम नीचे दिया गया है:
- भारतीय संस्कृति प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य और वास्तुकला के प्रमुख पहलुओं को कवर करेगी।
- अठारहवीं सदी के मध्य से लेकर वर्तमान तक का आधुनिक भारतीय इतिहास – महत्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, मुद्दे।
- स्वतंत्रता संग्राम – इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न हिस्सों से महत्वपूर्ण योगदानकर्ता/योगदान।
- स्वतंत्रता के बाद देश के भीतर एकीकरण और पुनर्गठन।
- दुनिया के इतिहास में 18वीं शताब्दी की घटनाएं शामिल होंगी जैसे औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनर्निर्धारण, उपनिवेशीकरण, उपनिवेशवाद से मुक्ति, साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि जैसे राजनीतिक दर्शन – उनके रूप और समाज पर प्रभाव।
- भारतीय समाज की प्रमुख विशेषताएँ, भारत की विविधता।
- महिलाओं और महिला संगठनों की भूमिका, जनसंख्या और संबंधित मुद्दे, गरीबी और विकास संबंधी मुद्दे, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उनके समाधान।
- भारतीय समाज पर वैश्वीकरण का प्रभाव।
- सामाजिक सशक्तिकरण, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
- विश्व के भौतिक भूगोल की प्रमुख विशेषताएँ।
- दुनिया भर में प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण (दक्षिण एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप सहित); विश्व के विभिन्न हिस्सों (भारत सहित) में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों की स्थिति के लिए जिम्मेदार कारक।
- महत्वपूर्ण भूभौतिकीय घटनाएं जैसे भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात। आदि, भौगोलिक विशेषताएं और उनके स्थान-महत्वपूर्ण भौगोलिक विशेषताओं (जल-निकायों और बर्फ-टोपियों सहित) और वनस्पतियों और जीवों में परिवर्तन और ऐसे परिवर्तनों के प्रभाव।
IAS Syllabus for Mains GS-II
सामान्य अध्ययन-II को यूपीएससी मेन्स का पेपर-III भी कहा जाता है। इसमें प्रमुख रूप से शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध शामिल हैं। इस पेपर के लिए विस्तृत यूपीएससी पाठ्यक्रम नीचे दिया गया है:
- भारत का संविधान-ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
- संघ और राज्यों के कार्य और जिम्मेदारियाँ, संघीय ढांचे से संबंधित मुद्दे और चुनौतियाँ, स्थानीय स्तर तक शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसमें चुनौतियाँ।
- विभिन्न अंगों, विवाद निवारण तंत्रों और संस्थानों के बीच शक्तियों का पृथक्करण।
- भारतीय संवैधानिक योजना की अन्य देशों से तुलना।
- संसद और राज्य विधानमंडल-संरचना, कामकाज, कामकाज का संचालन, शक्तियां और विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
- कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्यप्रणाली – सरकार के मंत्रालय और विभाग; दबाव समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ और राज्य व्यवस्था में उनकी भूमिका।
- लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं।
- विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति, विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियाँ, कार्य एवं उत्तरदायित्व।
- वैधानिक, नियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां और हस्तक्षेप और उनके डिजाइन और कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
- विकास प्रक्रियाएँ और विकास उद्योग – गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, विभिन्न समूहों और संघों, दाताओं, दान, संस्थागत और अन्य हितधारकों की भूमिका।
- केंद्र और राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन योजनाओं का प्रदर्शन; इन कमजोर वर्गों की सुरक्षा और बेहतरी के लिए गठित तंत्र, कानून, संस्थाएं और निकाय।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।
- गरीबी और भुखमरी से संबंधित मुद्दे.
- शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पहलू, ई-गवर्नेंस अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएँ, सीमाएँ और क्षमता; नागरिक चार्टर, पारदर्शिता और जवाबदेही और संस्थागत और अन्य उपाय।
- लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका.
- भारत और उसके पड़ोसी-संबंध।
- भारत से जुड़े और/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और समझौते।
- विकसित और विकासशील देशों की नीतियों और राजनीति का भारत के हितों, प्रवासी भारतीयों पर प्रभाव।
- महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएँ, एजेंसियाँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।
IAS Syllabus for Mains GS-III
सामान्य अध्ययन-III को यूपीएससी मेन्स का पेपर-IV भी कहा जाता है। कवर किए गए प्रमुख विषय प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन हैं। इस पेपर के लिए विस्तृत यूपीएससी पाठ्यक्रम नीचे दिया गया है:
- भारतीय अर्थव्यवस्था और संसाधनों की योजना, जुटाना, वृद्धि, विकास और रोजगार से संबंधित मुद्दे।
- समावेशी विकास और उससे उत्पन्न मुद्दे।
- सरकारी बजटिंग.
- देश के विभिन्न हिस्सों में प्रमुख फसलें-फसल पैटर्न, – विभिन्न प्रकार की सिंचाई और सिंचाई प्रणाली, कृषि उपज का भंडारण, परिवहन और विपणन और मुद्दे और संबंधित बाधाएं; किसानों की सहायता में ई-प्रौद्योगिकी।
- प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृषि सब्सिडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित मुद्दे; सार्वजनिक वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्यप्रणाली, सीमाएँ, पुनरुद्धार; बफर स्टॉक और खाद्य सुरक्षा के मुद्दे; प्रौद्योगिकी मिशन; पशु-पालन का अर्थशास्त्र.
- भारत में खाद्य प्रसंस्करण और संबंधित उद्योग- कार्यक्षेत्र और महत्व, स्थान, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम आवश्यकताएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
- भारत में भूमि सुधार.
- अर्थव्यवस्था पर उदारीकरण के प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन और औद्योगिक विकास पर उनके प्रभाव।
- बुनियादी ढाँचा: ऊर्जा, बंदरगाह, सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे आदि।
- निवेश मॉडल.
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी- विकास और रोजमर्रा की जिंदगी में उनके अनुप्रयोग और प्रभाव।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ; प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
- आईटी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित मुद्दों के क्षेत्र में जागरूकता।
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
- आपदा एवं आपदा प्रबंधन.
- उग्रवाद के विकास और प्रसार के बीच संबंध।
- आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियाँ पैदा करने में बाहरी राज्य और गैर-राज्य अभिनेताओं की भूमिका।
- संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौतियाँ, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सोशल नेटवर्किंग साइटों की भूमिका, साइबर सुरक्षा की मूल बातें; मनी-लॉन्ड्रिंग और इसकी रोकथाम।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ और उनका प्रबंधन – आतंकवाद के साथ संगठित अपराध का संबंध।
- विभिन्न सुरक्षा बल और एजेंसियां और उनके कार्यक्षेत्र।
IAS Syllabus for Mains GS-IV
सामान्य अध्ययन पेपर-IV को यूपीएससी मेन्स का पेपर-V भी कहा जाता है। इसके अंतर्गत शामिल प्रमुख विषय नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता हैं।
इस पेपर में सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी, सत्यनिष्ठा से संबंधित मुद्दों पर उम्मीदवारों के दृष्टिकोण और दृष्टिकोण और समाज से निपटने में उनके सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों और संघर्षों के प्रति उनके समस्या-समाधान दृष्टिकोण का परीक्षण करने के लिए प्रश्न शामिल होंगे। प्रश्न इन पहलुओं को निर्धारित करने के लिए केस स्टडी दृष्टिकोण का उपयोग कर सकते हैं। निम्नलिखित व्यापक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा:
- नैतिकता और मानव इंटरफ़ेस: मानव कार्यों में नैतिकता का सार, निर्धारक और परिणाम; नैतिकता के आयाम; नैतिकता – निजी और सार्वजनिक संबंधों में। मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक; मूल्यों को विकसित करने में परिवार समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका।
- रवैया: सामग्री, संरचना, कार्य; विचार और व्यवहार से इसका प्रभाव और संबंध; नैतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण; सामाजिक प्रभाव और अनुनय.
- सिविल सेवा के लिए योग्यता और मूलभूत मूल्य, सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता और गैर-पक्षपात, निष्पक्षता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता और करुणा।
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता-अवधारणाएँ, और उनकी उपयोगिताएँ और प्रशासन और शासन में अनुप्रयोग।
- भारत और विश्व के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों का योगदान।
- सार्वजनिक/सिविल सेवा मूल्य और लोक प्रशासन में नैतिकता: स्थिति और समस्याएं; सरकारी और निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ और दुविधाएँ; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोत के रूप में कानून, नियम, विनियम और विवेक; जवाबदेही और नैतिक शासन; शासन में नैतिक और नैतिक मूल्यों को मजबूत करना; अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और वित्त पोषण में नैतिक मुद्दे; निगम से संबंधित शासन प्रणाली।
- शासन में ईमानदारी: सार्वजनिक सेवा की अवधारणा; शासन और ईमानदारी का दार्शनिक आधार; सरकार में सूचना साझाकरण और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, आचार संहिता, आचार संहिता, नागरिक चार्टर, कार्य संस्कृति, सेवा वितरण की गुणवत्ता, सार्वजनिक धन का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ।
- उपरोक्त मुद्दों पर केस स्टडीज।
IAS Syllabus for Language and Essay Papers
- निबंध पेपर – यह यूपीएससी मेन्स का पेपर- I है
अभ्यर्थियों को कई विषयों पर निबंध लिखने की आवश्यकता हो सकती है। उनसे अपेक्षा की जाएगी कि वे अपने विचारों को व्यवस्थित ढंग से व्यवस्थित करने और संक्षेप में लिखने के लिए निबंध के विषय के करीब रहें। प्रभावी एवं सटीक अभिव्यक्ति का श्रेय दिया जायेगा।
- भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी पर क्वालीफाइंग पेपर
भाषा पत्रों की संरचना:
पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार हैं –
- निबंध – 100 अंक
- पढ़ने की समझ – 60 अंक
- संक्षिप्त लेखन – 60 अंक
- अनुवाद:
- अंग्रेजी से अनिवार्य भाषा (जैसे हिंदी) – 20 अंक
- अंग्रेजी को अनिवार्य भाषा – 20 अंक
- व्याकरण और बुनियादी भाषा का उपयोग – 40 अंक
बाकी सात पेपर भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची के तहत उल्लिखित किसी भी भाषा या अंग्रेजी में लिखे जा सकते हैं।
प्रश्नपत्रों का उद्देश्य उम्मीदवारों की गंभीर विवेचनात्मक गद्य को पढ़ने और समझने और संबंधित अंग्रेजी और भारतीय भाषा में विचारों को स्पष्ट और सही ढंग से व्यक्त करने की क्षमता का परीक्षण करना है। प्रश्नों का पैटर्न मोटे तौर पर इस प्रकार होगा:
- (i) दिए गए अनुच्छेदों की समझ।
- (ii) सटीक लेखन।
- (iii) उपयोग और शब्दावली।
- (iv) लघु निबंध।
भारतीय भाषाएँ:-
- (i) दिए गए अनुच्छेदों की समझ।
- (ii) सटीक लेखन।
- (iii) उपयोग और शब्दावली।
- (iv) लघु निबंध।
- (v) अंग्रेजी से भारतीय भाषा में अनुवाद और इसके विपरीत।
UPSC Syllabus for Optional Subjects
यूपीएससी मेन्स पाठ्यक्रम 48 वैकल्पिक विषयों की एक सूची देता है जिसमें विभिन्न भाषाओं का साहित्य शामिल है।
जो उम्मीदवार टॉपर के अंश और मार्गदर्शन की तलाश में हैं कि किस वैकल्पिक विषय को चुनना है, वे यूपीएससी टॉपर्स के वैकल्पिक विषय पृष्ठ पर जा सकते हैं और आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। वे अतीत में शीर्ष रैंक धारकों द्वारा चुने गए विषयों की सूची प्राप्त कर सकते हैं।
आईएएस साक्षात्कार के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम
व्यक्तित्व परीक्षण के रूप में जाना जाने वाला यूपीएससी साक्षात्कार परीक्षा का अंतिम चरण है। साक्षात्कार के लिए कोई परिभाषित यूपीएससी पाठ्यक्रम नहीं है। व्यापक मुद्दों से प्रश्न पूछे जाते हैं।
- यूपीएससी मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को ‘व्यक्तित्व परीक्षण/साक्षात्कार’ के लिए बुलाया जाएगा। इन उम्मीदवारों का साक्षात्कार यूपीएससी द्वारा नियुक्त बोर्ड द्वारा किया जाएगा।
- साक्षात्कार का उद्देश्य सक्षम और निष्पक्ष पर्यवेक्षकों के एक बोर्ड द्वारा सिविल सेवाओं में करियर के लिए उम्मीदवार की व्यक्तिगत उपयुक्तता का आकलन करना है।
- साक्षात्कार एक उद्देश्यपूर्ण बातचीत है जिसका उद्देश्य उम्मीदवार के मानसिक गुणों और विश्लेषणात्मक क्षमता का पता लगाना है।
- साक्षात्कार परीक्षा 275 अंकों की होगी और लिखित परीक्षा के लिए कुल अंक 1750 हैं। इसका कुल योग 2025 अंक है, जिसके आधार पर अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाएगी।
उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए कि यूपीएससी सिलेबस 2022 और यूपीएससी सिलेबस 2021 की तुलना में यूपीएससी सिलेबस 2023 में कोई बदलाव नहीं है।
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